लेखक गोकरन प्रसाद भारत वन न्यूज़ चैनल ब्यूरो चीफ सीतापुर संपर्क सूत्र:7518654968
भारत रत्न
डाक्टर भीमराव अंबेडकर जी के महा परिनिर्वाण दिवस पर विषेस।
डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म मध्य प्रदेश के इंदौर शहर में स्थित महू में हुआ था। जिसका नाम वर्तमान समय में बदलकर डॉक्टर अंबेडकर नगर रख दिया गया था। डॉ भीमराव अंबेडकर का जन्म 14 अप्रैल 1891 में हुआ था शिक्षा अंबेडकर ने 1907 में मैट्रिकुलेशन पास करने के बाद एली सिस्टम कॉलेज में 1912 में ग्रेजुएट हुए डॉक्टर भीमराव अंबेडकर ने 1915 में कोलंबिया विश्वविद्यालय से अर्थशास्त्र एमए की शिक्षा ली। उन्होंने वर्ष 1917 में पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर ली।उन्होंने एमएससी और बार एट-लॉ की डिग्री भी प्राप्त की थी।वह कुल 64 विषयों में मास्टर थे 9 भाषाओं के जानकार थे विश्व के सभी धर्म के रूप में पढ़ाई की थी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को भारतीय संविधान के निर्माता के रूप में माना जाता है उनके प्रयास और मेहनत के परिणाम के बाद भी भारत को अपना संविधान प्राप्त हो पाया है अंबेडकर बचपन से ही शिक्षा प्राप्त करने के लिए बहुत ही उत्साहित रहते थे परंतु महार जाति के होने के कारण उनके साथ भेदभाव किया जाता था
ध्यान रहे की अंबेडकर स्वतंत्र भारत के पहले कानून मंत्री थे वैसे बाबा साहब ने दो बार लोकसभा चुनाव लड़े लेकिन दोनों बार हार गए थे भीमराव अंबेडकर हिंदू महार जाति के थे जिन्हें समाज अछूत मानता था भीमराव अंबेडकर कश्मीर में लगी धारा नंबर 370 के खिलाफ थे 6 दिसंबर 1956 ई में खराब स्वास्थ्य के कारण अंबेडकर की मृत्यु हुई थी
26 अलीपुर रोड राष्ट्रीय स्मारक बनवाया।
बाबा साहेब की यादों को चाहिए स्थाई बनाने और उनकी विरासत के संरक्षण की दिशा में एनडीए सरकार ने कई उल्लेखनीय कार्य किए हैं दिल्ली के जी 26 अलीपुर रोड हाउस में 6 दिसंबर 1956 को डॉक्टर अंबेडकर चिर निद्रा में लीन हुए थे वहां केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय स्मारक बनवाया है।
डॉ अंबेडकर इंटरनेशनल का निर्माण।
सेंट्रल दिल्ली के जनपद मार्ग पर अपनी भव्यता और बड़े आयोजनों के लिए आकर्षण का केंद्र बन चुके डॉक्टर अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर का निर्माण भी मोदी सरकार ने कराया दिसंबर 2017 में अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर को राष्ट्र को समर्पित किया गया था पूर्व की सरकारी डॉक्टर भीमराव अंबेडकर को लेेकर्स केवल मुंह से बातें करती रही लेकिन धरातल पर उनकी यादों को चिरस्थाई बनाने के लिए कुछ नहीं किया लेकिन मोदी सरकार ने देश ही नहीं दुनिया में बाबा साहेब के विचारों को फैलाने के लिए कई बड़े कार्य किया पूर्व की सरकारों में बाबा साहब को जो सम्मान मिलना चाहिए था वह नहीं मिला आज मोदी की सरकार इस कसक को पूरा कर रही है। लंदन मैं आंबेडकर स्मारक:- प्रधानमंत्री मोदी ने दिल्ली से लेकर लंदन तक बाबा साहेब की यादों को चिरस्थाई बनाने की पहल की है लंदन में वकालत की पढ़ाई के लिए बाबा साहब जिस स्थान पर रहा करते थे वहां पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 14 नवंबर 2015 को अंबेडकर स्मारक का उद्घाटन किया था पश्चिमी लंदन में किंग हेनरी रोड पर यह तिमिंजला जिला स्मारक है। बाबा साहेब के पांच प्रमुख स्थानों को पंच तीर्थ घोषित:- देश के किसी महापुरुष के जीवन से जुड़े सभी स्थलों को पहली बार तीर्थ स्थल के रूप में मोदी सरकार ने विकसित करने की पहल की अंबेडकर से जुड़े पांच प्रमुख स्थानों को मोदी सरकार ने पंच तीर्थ घोषित किया है। नागपुर पर्यटक स्थल का दर्जा:- महाराष्ट्र के नागपुर में जहां 5 लाख से अधिक अनुयायियों के स्थान उन्होंने बौद्ध धम्म की दीक्षा ली थी उसी दीक्षा भूमि को मोदी सरकार की पहल पर वर्ष 2016 में पर्यटक स्थल का दर्जा मिला मध्य प्रदेश के महू स्थित उनकी जन्मस्थली की आज सूरत संवर चुकी है।
डिजिटल लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए भीम ऐप:-केंद्र सरकार ने डिजिटल लेने को बढ़ावा देने के लिए जो अप बनाया उसका नाम भी बाबा साहब पर करते हुए भी अप नाम दिया ऐसे तमाम प्रति के माध्यम से बाबा साहेब के विचारों से देश की जनता को जोड़ने की सरकार पहल कर रही है मोदी सरकार की हर योजना आज को बढ़ावा देने के लिए जो ए बनाया उसका नाम भी बाबा साहब पर करते हुए भी अप नाम दिया ऐसे तमाम प्रति के माध्यम से बाबा साहेब के विचारों से देश की जनता को जोड़ने की सरकार पहल कर रही है मोदी सरकार की हर योजना आज बहुजनों का कल्याण कर रही है 80 करोड़ परिवारों को मुफ्त राशन से सबसे बड़ा लाभ दलित और आदिवासियों को हुआ है पहली बार सभी दलितों के बैंक खाता खुला आज डाल्टन के सिर पर छत है तो रसोई में गैस सिलेंडर भी मोदी सरकार की योजनाओं ने दलितों के जीवन में क्रांतिकारी परिवर्तन किया है।
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