संत रविदास जयंती पर विशेष
लेखक गोकर्ण प्रसाद ब्यूरो चीफभारतवनन्यूज़ चैनलसीतापुर
संत रविदास का जन्म वाराणसी के पास के गांव मे माघ मास को पूर्णिमा को 1376 ई में उत्तर प्रदेश के शहर गोवर्धन में हुआ था उनकी माता का नाम कर्मा देवी था तथा पिता का नाम संतोष दास था उनके दादा का नाम कालूराम जी था उनकी दादी का नाम श्रीमती लदवंती जी तथा पत्नी का नाम श्रीमती लेना जी और पुत्र का नाम श्री विजय दास जी है रविदास जी का जन्म पारंपरिक मोती परिवार में हुआ था इनके परिवार में जूता बनाने का काम किया जाता था संत रविदास जी भगवान कृष्ण के भक्त थे भक्ति में लीन होने के बाद भी उन्होंने समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी निभाते रहे संत रविदास ने मानव अधिकारों और समानता के महत्व के बारे में चांदी और उपदेश दिया संत रविदास ने अपनी कठौती में गंगा जी को प्रकट कर दिया कहा जाता है जब मन चंगा तो कठौती में संत रविदास जी ने आहान किया गंगा जी प्रकट हो गई और उन्होंने दूसरा कंगन भी लाकर दिया इससे संत रविदास जी की ख्यात चारों तरफ फैल गई इस कार्य से ब्राह्मण समाज के लोग संत रविदास जी से बहुत नफरत करने लगे संत रविदास जी पूर्व जन्म में ब्राह्मण ही थे संत रविदास गरीब असहाय बौद्ध धर्म के माता-पिता से के परिवार में जन्म हुआ था इसके लिए इसलिए समाप्त टारगेट 1 सॉफ्ट टारगेट वन को स्पीड पीछे उसकी रक्षा के लिए कोई नहीं था उनकी हत्या का कारण यह था उन्होंने दलितों को सूचित किया वे महान लोगों के वंशज थे लेकिन अब गुलामी की ओर बढ़ रहे हैं संत रविदास जी श्री मीराबाई के आध्यात्मिक गुरु थे राजस्थान में राजा की पुत्री और चित्तौड़ की रानी थी ब्राह्मण बनाई गई व्यवस्था का पाखंड छुआछूत आज का विरोध किया करते थे इसीलिए उनकी हत्या आडंबरी लोगों ने करवा दिया समाज को संत शिरोमणि रविदास के प्रवचनों पर चलकर उनके कामों से प्रेरणा ले भारत माता की जय
लेखक गोकर्ण प्रसाद ब्यूरो चीफ भारत वन न्यूज़ चैनल सीतापुर मोबाइल नंबर 75 18 65 4968