*News—Assinghment Desk & Web team*
*Place—Sultanpur*
*Date—25-01-23*
*Report–Santosh Pandey*
*Mobile—9415046186,9005491084,8115524255,914026081*
*Slug—सरकारी मान्यता प्राप्त स्कूल की प्रिंसिपल का गजब कारनामा फर्जी कागजात से हासिल की नौकरी,शासन ने विधिक कार्रवाई के साथ रिकवरी के दिये आदेश,लेकीन प्रशासन और शिक्षा विभाग मौन*
*Anchor:–* खबर सुल्तानपुर से हैं जहां एक बड़ा भ्रष्टाचार उजागर हुआ है। यहां नेशलन गर्ल्स जूनियर हाईस्कूल नाम से संचालित स्कूल का फर्जीवाड़ा उजागर हुआ है जिसके बाद भी प्रशासन पूरी तरह से मुक बघिर बना हुआ है, प्रिंसीपल पर सात साल पहले फर्जी कागजात के सहारे नौकरी हासिल करने का आरोप लगा है। शिकायत हुई तो शासन ने जांच कराया। जांच रिपोर्ट को संज्ञान लेकर शासन ने प्रिंसिपल के विरुद्ध केस दर्ज कराकर रिकवरी के आदेश भी दे दिये हैं। लेकीन उसके बाद भी आज महोदया प्रिंसीपल के पद पर आसीन हैं और प्रशासन हैं की वह मूक दर्शक बना हुआ है, क्या ज़िला अधिकारी हो क्या मुख्य विकास अधिकारी हो या क्या डीआईओएस और क्या बी एस ए हों सबने आंख पर पट्टी बांध रखी है!
*VO-1-* बताते चलें पूरा प्राप्त जानकारी के अनुसार स्कूल कोतवाली नगर क्षेत्र स्थिति शहर के लाला का पुरवा मुहल्ले में स्थापित है और संचालित भी हैं।आरोप यह है कि स्कूल की प्रिंसिपल तसनीम फातिमा ने वर्ष 2015 में नियुक्ति के समय जो प्रमाण पत्र प्रस्तुत किये थे वो सेवा नियमावली के अनुरूप नहीं थे। बावजूद इसके प्रबंधक मोहम्मद शमीम ने सांठ-गांठ कर नियुक्ति कर डाला। प्रिंसिपल को हर महीने मोटा वेतन मिलने लगा। सुरेश प्रताप सिंह ने बेसिक शिक्षा निदेशक के यहां पूरे मामले की लिखित शिकायत की।
*VO-2-* तो वहीं शासन ने डीएम सुलतानपुर को प्रिंसिपल के खिलाफ जांच के आदेश दिये। जिस पर उन्होंने मुख्य राजस्व अधिकारी को जांच सौंपा। जांच हुई तो लगे आरोप सत्य पाये गये। इस पर जिला अधिकारी ने बीएसए को स्कूल प्रबंधक व प्रिंसिपल के विरुद्ध कार्यवाही के निर्देश दिये। जिसे बीएसए ने ठंडे बस्ते में डाल दिया। वही बेसिक शिक्षा निदेशक लखनऊ ने वेतन वसूली और विधिक कार्रवाई के आदेश भी दिये। जिसे जिला बेसिक शिक्षाधिकारी द्वारा अभी तक क्रियांवित नहीं किया गया है।
*सुलतानपुर से सन्तोष पाण्डेय की रिपोर्ट*