जहां आम आदमी पार्टी यह कहते हुए दिखाई देती है कि आम आदमी पार्टी जाति धर्म की राजनीति नहीं करती वहीं दूसरी ओर यूं पी के चुनाव मैदान में आप भी जाति धर्म के आधार पर राजनीति करती दिख रही है देखिए यह ग्राउंड रिपोर्ट कि किस तरह आप जाति और धर्म का सहारा लेकर वह दूसरी पार्टियों के वोट बैंक में सेंध लगाने में सबसे एक ओर कदम आगे है और सभी पार्टियो को अपने अपने वोट बैंक में सेंध लगती दिखाई भी दे रही है इसीलिए दूसरे दल खामोश रहकर राजनैतिक नफा नुकसान का आंकलन करने में लगे हुए है वहीं दूसरी ओर उत्तर प्रदेश में पिछले तीन वर्षों से सड़क से जनता की आवाज उठाने वाली आम आदमी पार्टी के उत्तर प्रदेश प्रभारी और राज्यसभा सांसद के नेतृत्व में उतर प्रदेश के विधानसभा चुनावों में पहली बार किस्मत आजमा रही आम आदमी पार्टी ने सौ से ज्यादा सीटों पर अपने प्रत्याशी उतारकर अपनी ताकत का अहसास करा दिया है कि वह अच्छे अच्छे राजनैतिक दलों का गणित बिगाड़ सकती है पार्टी ने जिस तरह से जनता से जुड़े ज्वलंत मुद्दों पर सड़क से आवाज उठाई है चाहे वह हाथरस कांड हो अलीगढ़ की घटना हो या बाराबंकी की घटना या कानपुर का खुशी दुबे मनीष गुप्ता का मामला हो या ताजा घटना लखीमपुर में शहीद हुए किसानों व पत्रकार रमन कश्यप की मौत का मामला हो पर जिस तरह से आर पार की लड़ाई लड़ी है उससे वह उत्तर प्रदेश की प्रमुख विपक्षी पार्टी बनकर उभरी आप का निरन्तर बढ़ता जनाधार और हाल के दिनों में पार्टी ने कोरोनावायरस काल से लेकर अब तक बूथ स्तर तक संगठन से लोगों को जोड़कर जो कार्य किया है उससे उसका जनाधार लखनऊ व आगरा में आयोजित सफल तिरंगा यात्रा में देखा गया आम आदमी पार्टी के पूर्व जिला मीडिया प्रभारी राजेश कुमार सिंह ने हमारे संवाददाता को बताया कि पार्टी ने बरेली से पांच विधानसभाओं से प्रत्याशी उतारे हैं जिनमें शहर विधानसभा से श्रीमती कृष्णा भारद्वाज को ब्राह्मण चेहरे को उतारकर पार्टी ने ब्राह्मणों के साथ साथ क्षत्रिय लोध,वैश्य व अन्य वोटरों को साधने की कोशिश की है पैनी नजर सामाजिक संस्था की प्रदेश अध्यक्ष सुनीता गंगवार को नबावगंज विधानसभा से उम्मीदवार बनाया गया है नबावगंज गंगवार बाहुल्य क्षेत्र है इसीलिए गंगवार प्रत्याशी उतारकर गंगवार वोटों पर पकड़ मजबूत करने की कोशिश की गई है इसी तरह कैंट विधानसभा से बाल्मीकि समाज की शिबरी चौधरी को टिकट देकर बाल्मीकि व संगठन में मुस्लिम चेहरे को बडू जिम्मेदारी देकर मुस्लिम वोटों को साधने की कोशिश की है आंवला से रामसिंह मौर्य को प्रत्याशी बनाकर मौर्य वोटों को अपने पाले में खींचने का प्रयास किया गया है फरीदपुर विधानसभा सुरक्षित से इं जनक प्रसाद को प्रत्याशी बनाकर दलित वोटों में सेंध लगाने की भी कोशिश की है राजेन्द्र प्रसाद गौतम कैबिनेट मंत्री दिल्ली सरकार इसी सिलसिले में कई बार बरेली का दौरा कर चुके हैं महेन्द्र गोयल विधायक रिठाला विधानसभा दिल्ली जिला पंचायत चुनाव में बरेली के चुनाव प्रभारी बनाए ग्रे थे उन्होंने दो माह का समय बरेली में बिताकर शहर से वैश्य समाज के लोगों को संगठन से जोड़ कर संगठन में उनको महत्त्वपूर्ण जिम्मेदारी दी पूर्व जिला मीडिया प्रभारी श्री सिंह ने बताया कि सभी विधानसभा क्षेत्रों को पन्द्रह पन्द्रह जोन में विभाजित कर कार्यकर्ताओं को जिम्मेदारी दे दी गई है और सभी प्रत्याशियों ने जन सम्पर्क अभियान शुरु कर दिया है और सभी जोनों में ई रिक्शा और आटो से कार्यकर्ता प्रचार प्रसार कर रहे हैं शहर विधानसभा प्रभारी और आम आदमी पार्टी की प्रत्याशी श्रीमती कृष्णा भारद्वाज एक एडवोकेट भी है और उच्च शिक्षित महिला हैं उनके पति सेना से हैं उनकी क्षवि तेजतर्रार नेता की है और कोहाड़ापीर पर अंडर पास बनाने के लिए व्यापारियों की राय लेकर जन जागरूकता अभियान शुरु किया था।
राजेश कुमार सिंह
संस्थापक सदस्य
एवं पूर्व जिला मीडिया प्रभारी आप बरेली।
रिपोर्ट संदीप सिंह