Sitapur News: राज्यमंत्री ने बनवाया था स्टीमेट, फिर भी नहीं बनी सड़क
खैराबाद/सीतापुर। नेशनल हाईवे से लहरपुर रोड को जोड़ने वाले नहर बाईपास को गड्ढों में तब्दील हुए सात साल बीत गए। इस मार्ग से निकलना मुश्किल हो रहा है। चीनी मिल शुरू हुई तो गड्ढों में डस्ट डाल दी गई, लिहाजा धूल व गुबार ने राहगीरों की मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। नगर विकास राज्यमंत्री यह बाईपास बनवाने के लिए चिट्ठी-चिट्ठी खेल रहे हैं। लेकिन अब तक इस समस्या से निजात नहीं दिला पाए। नेशनल हाईवे 24 से खैराबाद होते हुए नहर बाईपास लहरपुर फिर बिसवां मार्ग को जोड़ताबिसवां से वाया रेउसा होकर बहराइच व नेपाल जाने वाले वाहन भी इसी से गुजरते हैं। क्षेत्र के करीब 60 गांवों के लोगों के लिए थाना, तहसील, ब्लॉक, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जाने के लिए यही रास्ता है। इस मार्ग पर तीन से चार फिट गहरे गड्ढ़े हैं। हरियावां चीनी मिल का भदियासी में सेंटर है।
मिल की ओर से बाईपास के गड्ढ़ों को डस्ट डालकर भर दिया गया। यह डस्ट वाहनों की आवाजाही से हर समय उड़ती रहती है। नगर विकास राज्यमंत्री राकेश राठौर गुरू ने बाईपास के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के लिए कवायद शुरू की थी। पीडब्ल्यूडी से 1366.93 लाख का इस्टीमेट बनवाकर मंजूरी के लिए शासन को पत्र लिखा था। इसके बाद से राज्यमंत्री चिट्ठी-चिट्ठी खेल रहे हैं। लेकिन सड़क नहीं बन पाई। सैकड़ों लोग धूल फांकते इस मार्ग से गुजरते हैं।
रास्ता बदलकर आवागमन को मजबूर लोग
बाईपास के इर्द-गिर्द वाले तकरीबन 25 से अधिक गांवों के लोग रास्ता बदलकर निकलते हैं। मोहनलाल व शिवकुमार बताते हैं, कि पहले गड्ढ़ों के कारण निकलना दूभर था, अब धूल की वजह से रास्ता ही बदलना पड़ रहा है। हरीश, तुलसी व रामस्वरूप ने बताया मीनापुर के आगे से अथवा माखूपुर से खैराबाद के भीतर होकर निकलते हैं।
धूल के कारण खाना व कपड़े हो रहे खराब
बाईपास से सटा लालपुर गांव है। यहां के बाशिंदों का इन दिनों जीना मुहाल हो गया है। पप्पू ने बताया कि धूल उड़कर घरों तक पहुंचती है। खुले में अगर खाना व कपड़ा रख दें तो खराब हो जाता है। मंझा व घसीटे ने बताया कि घर के आंगन व बाहर खुले में बैठना दुश्वार है।
जल्द मंजूरी दिलाकर चालू कराएंगे निर्माण
खैराबाद नहर बाईपास के चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण के लिए लोक निर्माण मंत्री को पत्र लिखकर अनुरोध किया था। बाईपास निर्माण को लेकर जल्द ही उनसे मुलाकात करेंगे। निर्माण जल्द शुरू कराया जाएगा।
गोकरन प्रसाद
ब्यूरो चीफ सीतापुर